फिर झंझट में फंसेंगे रामदेव, इस महिला खोजी रिपोर्टर ने कहीं का नहीं छोड़ा | No. 1 Indian Media News Portal

सियासतफिर झंझट में फंसेंगे रामदेव, इस महिला खोजी रिपोर्टर ने कहीं का नहीं छोड़ा

ByBhadas4Media.comPublished9 mins ago
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बाबा रामदेव और पतंजली फूड प्राइवेट लिमिटेड, दोनों ही अस्तित्व में आने के बाद विवादों में हैं. ऊट-पटांग बयान तो कभी अपनी डींग हांकने की आदत से रामदेव खाने के कंकड़ की तरह किरकिराते रहे हैं. हेराफेरी के मामले में भी रामदेव कम नहीं है.

हाल ही में मेडिकल संस्थान के साथ झंझट में फंसे रामदेव ने सुप्रीम कोर्ट में कई राउण्ड माफी मांगी. इसके बाद उनकी कंपनियों के 14 प्रोडक्टों पर बैन लगा. कल, पर्सों में घटिया सोन पापड़ी बनाने के केस में पतंजली के तीन अफसरों को जेल भेजा गया.

अब फिर से एक बार बाबा के सामने उड़ता तीर पड़ गया है. ये तीर छोड़ा है मौजूदा समय शानदार खोजी पत्रकारिता कर रहे, “द रिपोर्टर्स कलेक्टिव” नाम के प्लेटफॉर्म ने. महिला रिपोर्टर ‘तपस्या’ ने ये रिपोर्ट कर बाबा के फर्जीवाड़े को कहीं का ना छोड़ने की प्लानिंग तो जरूर कर ली है.

इस संस्थान ने, बाबा का पूरा का पूरा फर्जीवाड़ा बेनकाब कर दिया है. कैसे रामदेव और उसके सहयोगियों ने कर-मुक्त धर्मार्थ ट्रस्ट खोलकर रुपया इनवेस्ट किया. कैसे, 2016 में, पतंजलि समूह से जुड़े लोगों ने योग और आयुर्वेद केंद्रों की स्थापना और प्रचार के लिए योगक्षेम संस्थान नामक एक गैर-लाभकारी चैरिटी कंपनी की स्थापना की, जिससे इसे कर-मुक्त दर्जा प्राप्त हुआ. देनदाताओं के मामले में ये गैर लाभकारी संस्थान सुपरप्रॉफिट में रहा. बालकृष्ण ने एकमुश्त बड़ी रकम दान की है.

जबकि इस गैर-लाभकारी संस्था ने छह वर्षों तक एक रुपये का दान नहीं किया, इसका उपयोग केवल करोड़ों रुपये के निवेश को पार्क करने के लिए किया गया था, जिसमें रुचि सोया में रामदेव के करीबी सहयोगियों द्वारा किया गया निवेश भी शामिल था, जांच के दौरान प्राप्त कंपनी के रिकॉर्ड से पता चलता है.

रिपोर्ट में कांग्रेस के समय से लेकर भाजपा सरकार बनने तक बाबा रामदेव ने कब-कैसे और कितनी बार कलर बदला है उसका भी जिक्र किया गया है. कैसे बाबा एक कुशर व्यापारी की तरह रणनीति बनाने वाली टीम को हैंडल व हायर करते हैं… आपको पढ़, जानकर ताज्जुब होगा.

आखिर कैसे पतंजलि समूह से जुड़े चार लोग – आचार्य प्रद्युम्न, फूल चंद्र, सुमन देवी और सविता आर्य ने 2016 में समूह की स्थापना की. कैसे फूल चंद्र अब स्वामी परमार्थदेव बना जबकि सुमन देवी.. साध्वी देवप्रिया बना दी गई.

योगक्षेम और रामदेव के सहयोगियों के संदिग्ध
— Read on www.bhadas4media.com/baba-ramdev-big-expose-by-the-reporters-collective/

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